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Showing posts from November, 2010

आखिर इतना हंगामा क्या है बरपा?

केसी सुदर्शन द्वारा सोनिया गांधी को लेकर की गई टिप्पणी से पूरे देश में बवाल है। मुद्दा कांग्रेस कार्यकर्ता वर्सेस आरएसएस हो गया। आरएसएस माहौल को देखकर बेकफुट पर चला गया, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता पीछे हटने को तैयार नहीं। ऐसे में एक बात जेहन में आती है कि आखिर सोनिया गांधी का बेकग्राउंड क्या है? यही बता रहा हैं इस लेख के जरिए। यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी को फोब्र्स मैगजीन ने २००४ में सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूची में उनको तीसरा स्थान और २००७ में छठवां दिया। टाइम मैगजीन ने २००७-०८ में टाइम मैगजीन ने उन्हें १०० सबसे प्रभावशाली हस्तियों में शामिल किया। कभी अंग्रेजी बोलने वाली, एलाइन फ्रॉक और लॉन्ग गाउन पहनने वाली सोनिया आज पूरी तरह से भारतीय बहू हैं। कभी उनकी नागरिकता को लेकर उन पर हल्ला बोला गया तो कभी विदेशी मूल का मुद्दा उठाया गया। उतार-चढ़ाव से भरी उनकी जिंदगी में एक बार फिर से भूचाल आ गया है। इस बार उन पर सीआईए एजेंट होने, इंदिरा गांधी की हत्या और राजीव गांधी की हत्या का आरोप लगाया गया है। पूर्व संघ प्रमुख के सुदर्शन ने बड़ी बेबाकी से ये आरोप लगाए। हालांकि, इसके तुरंत बाद बचाव की मुद...

हिन्दुओं के लिए किए जा रहे झगड़े में हिन्दु कहीं नहीं हैं

पूरे देश में हंगामा है। एक तरफ वे लोग हैं जो सोनिया गांधी के लिए के. सुदर्शन द्वारा की गई टिप्पणी को लेकर हंगामा कर रहे हैं और दूसरी तरफ वे लोग हैं पूरी तरह से संघी हैं। इसमें हिन्दु कहीं नहीं है इसलिए ये कहना कि पूरा झगड़ा हिन्दुओं का है गलत होगा। झगड़ा केवल सड़कों पर नहीं बल्कि इंटरनेट पर भी छिड़ा है। ऐसे में भारत आज ने स्वयं कुछ लिखने की बजाय ऐसे लेखों को शामिल करने का बीड़ा उठाया जो इस पूरे मुद्दे पर खुलकर लिख रहे हैं। अनिल सौमित्र   द्वारा लिखा गया लेख एक बार फिर लोकतंत्र पर आपातकाल मंडरा पड़ा है. राजमाता सोनिया गांधी के सिपहसालारों ने कांग्रेसी गुण्डों, माफियाओं और लोकतंत्र के हत्यारों का आह्वान किया है कि वह देशभर में संघ कार्यालयों पर धावा बोल दे. इसका तत्काल प्रभाव हुआ और कांग्रेसी गुण्डों ने संघ के दिल्ली मुख्यालय पर धावा भी बोल दिया. ठीक वैसे ही जैसे इंदिरा गांधी की मौत के बाद सिखों को निशाना बनाया गया था. हिंसक और अलोकतातंत्रिक मानसिकता से ग्रस्त कांग्रेसी सोनिया का सच जानकर आखिर इस तरह बेकाबू क्यों हो रहे हैं? 10 नवम्बर को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने देशभर में अनेक...