Saturday, February 6, 2010

ये हाल है भारत को चलने वालों का

कहते हैं देश को नेता नहीं बल्कि अफसर चलते हैं, लेकिन मध्यप्रदेश में हाल एकदम उल्टा है. यहाँ अफसर अपने काम को करने की बजाय अपनी काम पिपासा मिटा रहे हैं. अफसरों के कारनामों की असलियत सामने लेकर आये हैं बिच्छू डोट कॉम. पः है है विस्तृत रिपोर्ट-
परस्त्रीगमन में 'मगन' मप्र की नौकरशाही
मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार भले ही साफ-सुथरी छवि बनाने में जुटी हो। लेकिन सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन करने वाले नौकरशाह अय्याशी और रंगीनमिजाजी में डूबे हुए हैं।
भोपाल। मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार भले ही साफ-सुथरी छवि बनाने में जुटी हो। लेकिन सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन करने वाले नौकरशाह अय्याशी और रंगीनमिजाजी में डूबे हुए हैं। जिलों में पदस्थ कलेक्टर्स से लेकर प्रमुख सचिव स्तर के आला अफसर तक सब के सब प्रेम प्रसंगों में उलझे हैं। बिच्छू डॉट कॉम ने ऐसे आला अफसरों की खोजबीन की, तो उनकी रंगीन कहानियां कुछ इस तरह सामने आई। आला अफसरान को अय्याशी का रोग इस तरह लगा है कि वे अपनी स्टेनो तक को नहीं छोड़ रहे हैं। एक आईपीएस अफसर तो अपनी मातहत महिलाकर्मियों से भी मुंह काला कर रहे हैं। कुछेक अफसरान ने अपनी मातहत से शादियाँ कर ली हैं, तो कुछ अपनी अधीनस्थों को बाहर ले जाकर भी अपनी कामपिपासा शांत कर रहे हैं। खास बात यह है कि महिला आईएएस भी ऐसे मामलों से अलग नहीं हैं।
------------------------------
केस नंबर एक
ये जनाब पंजाब कॉडर के अफसर हैं। अपनी पत्नी से अलग रहने वाले इस अधिकारी की तीन प्रेमिकाएं हैं। जिनके नाम कविता, ममता और संजना हैं। ममता तो इन दिनों साहब के घर पर ही रहती हैं। इनके मकान में देर रात तक उक्त महिला शराब परोसती है। प्रमुख सचिव स्तर के यह अफसर जिस विभाग में आयुक्त के पद पर पदस्थ थे, उस विभाग की डीओ महिला से इस अधिकारी का प्रेम प्रसंग चलता था, लेकिन अब दोनों का विभाग बदल गया है। अफसर जहां दूसरे विभाग में है, तो महिला दूरदराज के जिले में पदस्थ है। इस कारण अफसर ने नई महिला प्रेमिका तैयार कर ली है। इसके एवज में अफसर उक्त महिला को करोड़ों का छपाई का काम दे चुके हैं। वह महिला जब भी दफ्तर में आती है, अधिकारी हर काम उसे थमा देते हैं। वैसे उक्त अफसर की पत्नी भी कमिश्नर स्तर के पद पर पदस्थ है।
--------------
केस नंबर दो
हाई प्रोफाइल इस अफसर की दो प्रेमिकाएं हैं। एक अफसर है तो दूजी प्रोफेशनल। भ्रष्टाचार के मामलों में हमेशा उलझे रहने वाले इस अफसर को अक्सर चार इमली में मार्निंग वॉक पर डेटिंग करते हुए देखा जा सकता है। जबकि दूसरी प्रेमिका जो एक प्रोफेशनल हैं, देर रात भोपाल के हेरिटेज होटल में गलबहियां करते हुए दिखती हैं।
-----------------
केस नंबर तीन
ये जनाब इश्क के मामले में बड़े ईमानदार हैं। बीवी के अलावा यह सिर्फ एक अन्य स्त्री से प्रेम करते हैं। चूंकि स्वयं आईएएस हैं तो प्रेम भी आईएएस महिला से ही हुआ। पद की गरिमा का ध्यान इन्हें इसलिए नहीं है, क्योंकि उनकी प्रेमिका इनसे उम्र में काफी छोटी हैं। सो कोई शंका नहीं करता। ये जहां जिस जिले में पदस्थ होती हैं, वहां उनसे बिना नागा मिलना इनके कर्तव्य में शुमार है। पिछले छह साल से चल रहे इस प्रेम प्रसंग में यह खास बात है कि उक्त महिला अफसर की पोस्टिंग कभी भोपाल से दूरस्थ इलाके में नहीं हुई।
----------------
केस नंबर चार
नौकरशाहों में काफी मुखर यह अफसर प्रेम प्रसंग में भी काफी मुखर हैं। इनकी पत्नी भी आईएएस हैं। वे काफी शांत, सुशील और सौम्य हैं। किंतु इसके विपरीत यह अफसर आफिस टाइम में अपनी प्रेमिका के साथ भोपाल के नौकरशाहों के क्लब में बीयर की चुस्कियां लेते देखे जा सकते हैं। इनकी प्रेमिका भी आईएएस हैं। अभी हाल में दिल्ली गई हैं। वैसे इनकी दूरियां अब साप्ताहिक हो गई हैं। क्योंकि ये मोहतरमा शनिवार रात भोपाल आ ही जाती हैं।
----------------
केस नंबर पांच
पूर्ववर्ती सरकार में पावरफुल रहे और अब भी क्रीम पोस्ट पर बैठे इस अफसर का प्रेम प्रसंग कुछ अलग है। इन्हें इंटरनेट पर एक इण्डोनेशिया की बाला से प्रेम हो गया है। पिछले दो साल से चल रहे इस प्रेम प्रसंग से इनकी पत्नी इस कदर परेशान हो गई है कि स्थिति तलाक तक पहुंच गई है।
---------------
केस नंबर छह
महिला बाल विकास विभाग में अपर संचालक के दो पद सरकार ने स्वीकृत किए हैं, जबकि प्रमोशन पाने की दौड़ में पांच अधिकारी भिड़े हुए हैं, इनमें से दो महिलाएं भी शामिल हैं, इस प्रमोशन के चक्कर में एक महिला अधिकारी प्रमुख सचिव पर ज्यादा दबाव बनाने में लगी हैं। इस कारण वह बार-बार एक-एक फाइल को लेकर पीएस के पास जाती है और एक से दो घंटे तक पीएस के पास बैठी रहती है। इससे खफा पीएस ने उक्त महिला को फटकार लगा दी। जिसकी शिकायत उक्त महिला ने अपने पुराने प्रेमी अफसर से कर दी। अफसर की फटकार तथा उक्त महिला को प्रमोशन दिलाने के लिए विभाग के एक पूर्व कमिश्नर प्रमुख सचिव से मिले और उक्त महिला का समर्थन किया। जब यह अधिकारी महोदय उस विभाग में हुआ करते थे, तब उनका इस महिला के साथ प्रेम प्रसंग जमकर चला करता था और इसकी चर्चा अभी भी विभाग के कर्मचारी करते हैं।
---------------
केस नंबर सात
राज्य मंत्रालय में पदस्थ इस सचिव ने हाल ही में एक महिला बाल विकास अधिकारी से शादी की है। खास बात यह है कि इस आईएएस के सभी संगी-साथी प्रमुख सचिव स्तर तक पहुंच गए हैं, जबकि ये साहब सचिव ही हैं। कारण इनकी रंगीनमिजाजी और भ्रष्टाचार है।
-----------------
केस नंबर आठ
वन विभाग के एक अधिकारी यूं तो 50 पार हो चुके हैं, पर रंगीनमिजाजी से बाज नहीं आ रहे हैं। इनका दिल अपनी स्टेनो पर ही आ गया। स्टेनो के साथ प्रेम की पींगे बढ़ाते हुए इन्होंने पिछले दिनों उससे शादी कर ली।
---------------
केस नंबर नौ
लोक निर्माण विभाग के एक वरिष्ठ अभियंता को अपनी स्टेनो इतनी भायी कि वे अब उसी के साथ वक्त गुजारते हैं। हालांकि इन्हें चार इमली क्षेत्र में सरकारी आवास आवंटित है, किंतु स्टेनो को कोलार रोड पर एक मकान दिलवा दिया है, जहां इनका प्रेम परवान चढ़ता है।
-------------
केस नंबर दस
लोक निर्माण विभाग के एक आईएएस अफसर रंगीन तबीयत के हैं। इन्होंने सांची में एक महिला को रखैल बना रखा है। यह महिला विभाग में ही दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी है। साहब उसे रायसेन के एक होटल में बुलवाते हैं और अपनी कामपिपासा शांत करते हैं।
--------------
केस नंबर ग्यारह
सत्य का प्रकाश फैलाने वाले एक वरिष्ठ आईएएस अफसर महिला अफसर से प्रेम प्रसंग के कारण चर्चा में हैं। पहले यह महिला अफसर प्रशासन अकादमी में थीं और रात में अक्सर गायब रहती थी। अब यह दिल्ली में पदस्थ है और साहब छुट्टियों के समय रातें रंगीन करने दिल्ली जाते हैं।
----------------
केस नंबर बारह
एक वरिष्ठ महिला आईएएस का दिल एक टीवी स्टार पर आ गया। यह प्रेम प्रसंग कई दिनों तक चला और अब दोनों ने शादी कर ली है। टीवी स्टार भाजपा का स्टार प्रचारक है और मध्यप्रदेश में एक निगम का अध्यक्ष भी रह चुका है।
----------------
केस नंबर तेरह
सतपुड़ा भवन में पदस्थ वन विभाग के एक आला अफसर का अपनी स्टेनो से प्रेम प्रसंग चल रहा है। साहब यदि चार घंटे आफिस में बैठते हैं तो स्टेनो भी इतना ही समय वहीं गुजारती है। कभी-कभी साहब अपने केबिन का दरवाजा अंदर से बंद कर दफ्तर में ही 'शुरू' हो जाते हैं। यदा-कदा वे स्टेनो को बाहर भी ले जाते हैं।
----------------
केस नंबर चौदह
वन महकमे में मुख्य वन संरक्षक पद पर बैठे एक आईएफएस इतने रंगीनमिजाज हैं कि महिलाओं को देखकर उनकी लार टपकने लगती है। कई महिलाओं को बर्बाद करने वाले इस अफसर की करतूतों से परेशान होकर इनकी पत्नी ने इन्हें छोड़ दिया है। इसके बावजूद इनकी आदत नहीं सुधरी है। महिला कोई भी हो, वे उसकी निकटता पाने और उसे अपने जाल में फंसाने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं।
-----------------------
केस नंबर पंद्रह
एक अल्पसंख्यक आईपीएस अफसर महिला इंस्पेक्टर से इश्क फरमा रहे हैं, जो ब्राह्मण समाज की है। पहले यह अफसर रीवा में पुलिस अधीक्षक रह चुके हैं और फिलहाल भोपाल स्थित बटालियन में हैं। इनके प्रेम प्रसंग की पुलिस महकमे में खासी चर्चा है।
----------------
केस नंबर सोलह
पुलिस अधीक्षक स्तर की एक महिला आईपीएस को कोई नहीं मिला तो निरीक्षक स्तर के एक व्यक्ति को ही दिल दे बैठी। दोनों को अक्सर साथ में घूमते देखा गया है। खबर यह भी है कि कभी-कभी दोनों बाहर भी जाते हैं।
----------------
केस नंबर सत्रह
जेल महकमे में अपने प्रचार अभियान के लिए चर्चित एक आला अफसर की नजर इतनी खराब है कि वे अपनी मातहत महिला प्रहरियों को भी नहीं छोड़ते हैं। महिला प्रहरी आसानी से हमबिस्तर हो जाए तो कोई बात नहीं, लेकिन जरा भी टेढ़ी की तो साहब की नजर भी टेढ़ी हो जाती है। वे ऐसी महिला प्रहरियों पर अनैतिक दबाव डालकर अपनी क्षुधा शांत करते हैं।
-------------------
केस नंबर अठारह
एक कारपोरेशन में प्रबंध संचालक पद पर पदस्थ अफसर अपनी मातहत महिलाकर्मियों को एक फार्म हाउस पर बुलवाते हैं और वहां रंगरलियां मनाते हैं। इस फार्म हाउस पर कुछ अन्य अफसर और मंत्री भी आते हैं। एक महिलाकर्मी ने इस अफसर की शिकायत पुलिस में भी की थी, जिसे एक वरिष्ठ पुलिस अफसर के हस्तक्षेप के बाद रफा-दफा किया गया।
--------------------
केस नंबर उन्नीस
जब नौकरशाही अय्याशी में डूबी हो तो उनके आसपास मंडराने वाले पत्रकार भला कैसे पीछे रहते। एक पत्रकार पर एक महिला ने बलात्कार का आरोप लगाया तो सनसनी फैल गई, क्योंकि इस सेक्स स्केंडल में एक आईएफएस और तीन आईएएस अफसर के नाम भी सामने आए।
----------------
केस नंबर बीस
मंत्रालय में पदस्थ एक आईएएस का एक महिला प्रोफेसर से प्रेम प्रसंग चल रहा है। गत लोकसभा चुनाव में जब इनकी ड्यूटी राजस्थान में लगाई गई तो साहब अपने साथ उक्त प्रोफेसर को भी ले गए और वहां लोगों को बताया कि यह उनकी पत्नी है। किसी ने फोन पर साहब की पत्नी को सारी जानकारी दे दी। आईएएस पत्नी ने शासन को पत्र लिखकर पूछा कि उक्त अफसर महिला प्रोफेसर को किस हैसियत से अपने साथ ले गए थे।
-----------------
केस नंबर इक्कीस
आईएएस स्तर के एक अफसर जब कलेक्टर थे तब एक महिला डीएसपी उनकी नजर में चढ़ गई। साहब ने उसे जमकर भोगा, जिससे वह गर्भवती हो गई। तब साहब ने उसे चलता कर दिया। नौ साल तक यह मामला विभिन्न अदालतों में चला और अब सुप्रीमकोर्ट में विचाराधीन है।

रंगीनमिजाज मंत्री
ग्वालियर चंबल क्षेत्र के ये मंत्री महोदय तीन वक्त नॉनवेज भोजन पसंद करते हैं। शराब पीने के बाद वे स्वयं अपनी रंगीनमिजाजी के किस्से सुनाते हैं और रात में मुंबई की दो फिल्म अभिनेत्रियों, जिनके नाम प्रीति और दीप्ति हैं, से अपने संबंध होने का स्वयं दावा करते हैं। देर रात उनसे मोबाइल पर बात भी करते हैं।

गल्र्स होस्टल में ताकझांक
आदिवासी कोटे के ये मंत्री अव्वल दर्जे के अय्याश हैं। चूडिय़ों की खनक और घुंघरू की आवाज से ये बेचैन हो उठते हैं। इनका शगल है रात में शराब पीने के बाद आदिवासी गल्र्स होस्टल का दौरा करना। पिछले दिनें भोपाल के पास एक फिल्म की शूटिंग के दौरान अभिनेत्री के नहाने के दृश्य को इन्होंने दो बार रिटेक करवाया। इससे पूर्व इन्हीं मंत्री ने भोपाल के विंड्स एंड वेव्स रेस्टोरेंट पर एक कार्यक्रम के दौरान दिल्ली की एक पीड़ित पत्रकार से छेडख़ानी की थी।

इन्हें गायिका चाहिए
यह मंत्री महोदय राज परिवार से हैं। शराब पीने के बाद इन्हें गजल सुनने और तवायफों को नचवाने का शौक है। पिछले दिनों इन्होंने भोपाल के पलाश होटल में देर रात शराब पीकर एक भजन गायिका के साथ दुर्व्यवहार किया था। यह खबर सभी अखबारों में प्रमुखता से प्रकाशित हुई थी।

सज्जन अफसर की सज्जनता!
शिक्षा विभाग के एक अधिकारी की इंदौर यात्रा बड़ी चर्चा में हैं। यह सज्जन बीते दिनों अपने ही विभाग के एक अधिकारी के यहां शादी में गए थे। सज्जन ने इसके लिए सरकारी टूर बना लिया। यहां तक होता, तो भी ठीक था, लेकिन सज्जन अपने साथ एक महिला मित्र को भी ले गए। बताते हैं कि पहले तो सज्जन ने सरकारी टूर की औपचारिकता पूरी की, फिर अधिकारी महोदय के यहां शादी में शरीक हुए। उसके बाद महिला मित्र की चाकरी में लग गए। अब सज्जन की नेक-नीयत पर तो किसी को ऐतराज नहीं, लेकिन संगी-साथी हैरान इस बात पर हैं कि इतनी एनर्जी साहब लाते कहां से हैं!

नहीं लग रहा मन!
भारतीय प्रशासनिक सेवा के एक वरिष्ठ अधिकारी का मन नहीं लग रहा। उन्हें एक संभाग का कमिश्नर बनाया गया। मगर थोड़े समय बाद ही भोपाल वापसी की रट उन्होंने लगा दी। मंसूबा पूरा नहीं हुआ। पोस्टिंग की तय अवधि से ज्यादा हो चुका है, मगर भोपाल वापसी नहीं हुई है। मन न लगने की वजह भोपाल में पदस्थ महिला मित्र बताई जा रही है। कमिश्नरी मिलने के बाद मित्र ने ग्वालियर के दो दौरे किए। पहले भी ग्वालियर देख चुकी अफसर साहब के साथ उन स्थानों पर गई जो मशहूर हैं। अपने कार्यकाल में अनेक दौरे भोपाल के अधिकारी महोदय ने किए। दोनों शादीशुदा और बाल बच्चेदार हैं। मगर मित्रता तो मित्रता है। भला मेल-जोल कैसे रुक सकता है। ताजा खबर यह है कि इनकी भोपाल वापसी के लिए भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है। नेताजी और अधिकारी को नतीजे का इंतजार है और मित्र को साहब की वापसी का।

'रेशमी रोशनी' के चर्चे
शिक्षा विभाग के एक संचालनालय में पिछले कुछ समय से 'रेशमी-रोशनी' के चर्चे छाए हुए हैं! दरअसल, कुछ समय पहले इस शाखा में एक महिला अधिकारी तबादला होकर आई। महिला अधिकारी के 'सौंदर्य' से शाखा के एक साहब इतने प्रभावित हुए कि बस पूरे समय संग-संग रहने की ही कोशिशें होती रहीं। दोनों एक ही जाति-समुदाय से थे, इसलिए प्रेम की पीगें और तेजी से बढऩे लगीं। हाल ये है कि दोनों के प्रेम की चर्चा पूरे विभाग में है, लेकिन जब दोनों राजी, तो कोई क्या करे। इसलिए जिस शाखा में दोनों हैं, उस शाखा के प्रमुख अधिकारी भी बेचारे बस यही कोशिश करते हैं कि दोनों सामने रहें, तो इधर-उधर के काम में लग जाएं।

महिला आईएएस का प्रेम
अपनी ऊंची कद-काठी और शराबनोशी के लिए चर्चित यह महिला अधिकारी कभी उच्च संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति से प्रेम प्रसंग के लिए भी जानी जाती थी। हालिया जानकारी यह है कि यह महिला अधिकारी इन दिनों एक उप सचिव स्तर के अधिकारी के साथ प्रेम पींगे बढ़ा रही है तथा दोनों को चार इमली क्षेत्र में साथ-साथ मार्निंग वाक करते भी देखा जाता है। प्रशासनिक क्षेत्र में यह चर्चा जोरों पर है कि पति से दूर रहकर उच्च संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति से प्रेम करने वाली इस महिला का स्तर इतना क्यों गिर गया है कि अब उप सचिव स्तर के अधिकारी के साथ कदमताल कर रही है?

दिल है कि मानता नहीं
उच्च शिक्षा से जुड़े़ एक शीर्ष अफसर की रसिकमिजाजी इन दिनों काफी चर्चा में है। इन सज्जन का दिल दो-तीन महिला रिसर्चर पर जब-तब मेहरबान हो जाता है। इसलिए अक्सर उनके साथ के कारण इनके किस्से चर्चित हो जाते हैं। पिछले दिनों सज्जन ने हद इतनी की कि दिल्ली के टूर पर भी एक महिला रिसर्चर को साथ ले गए। टूर में रिसर्च की रिसर्च हो गई और बाकी जो दोनों की मर्जी! इतना और बता दें कि ये सज्जन वास्तु को बहुत मानते हैं, सो रंगीन मिजाजी भी उसी अंदाज में करते हैं। वास्तु वाली रंगीनमिजाजी जानना है, तो वह तो इनकी कोई करीबी ही बता सकती है!

अय्याशी में भी साझेदारी
वन महकमे में दलाली, कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार में साझेदारी होना आम बात है, लेकिन दो अफसरों ने अय्याशी में साझेदारी की नई मिसाल पेश की है। बताया जाता है कि एक डीएफओ ने अच्छी पोस्टिंग कराने के लिए अपनी साली का सहारा लिया। एक सीसीएफ साहब को साली साहिबा इतनी भायी कि उन्होंने उसे अरेरा कॉलोनी में एक फ्लेट ही किराए से दिलवा दिया। अब सीसीएफ साहब इस फ्लेट में अपनी कामपिपासा शांत करने अक्सर आया-जाया करते हैं और बीच-बीच में मौका पाकर जीजा भी मुंह मारने से नहीं चूकते हैं।

डॉक्टर साहब को लवेरिया हुआ...!
स्वास्थ्य विभाग में दूसरी पंक्ति के एक डॉक्टर अफसर का दिल इन दिनों एक स्वयंसेवी संस्था की महिला पर आ गया है। महिला पहले से ही स्वास्थ्य विभाग की सेवा में लगी है, सो अनुदान और बहुत-सी मददें उनकी झोली में हैं। उस पर अब अफसर महोदय का दिल आ गया है, तो बात वीआईपी जैसी हो गई है। बताते हैं बीते दिनों अफसर महोदय कार्यालय से निकले और सीधे महिला के घर। अगले दिन छुट्टी थी, लेकिन फिर भी अधिकारी कार्यालय आए और वहां से कुछ फाइलें लेकर फिर महिला के घर जा पहुंचे। फाइलें क्या थी, यह तो नहीं पता, लेकिन चर्चा है कि नए वित्तीय वर्ष में किसी नए प्रोजेक्ट को विशेष तौर पर महिला के ऊपर न्यौछावर करने के लिए तैयार किया जा रहा है।

घरवाली बाहरवाली
ऊर्जा विभाग के एक अफसर की प्रेमकथा इन दिनों खूब चटखारे लेकर सुनी-सुनाई जा रही है। यह अफसर हैं तो द्वितीय श्रेणी के, लेकिन काम सारे प्रथम श्रेणी वाले हैं। ये महोदय विद्युत कंपनी की एक महिला के साथ प्रेम की पींगे भी बढ़ा रहे हैं। सब ठीक चल रहा था, लेकिन बात तब सामने आई जब बीते दिनों उनके ही किसी मित्र ने उनकी बीवी को इसकी जानकारी दे दी। मित्र तो अपनी मित्रता दिखा गए, लेकिन महोदय परेशान हैं। पत्नी भी एक संस्था में काम करती है। बस, पत्नी अब उस महिला पर नजर रखती है और महोदय अपनी पत्नी पर।

तलाक की डगर पर
मध्यप्रदेश कैडर के चार आईएएस अफसर तलाक की डगर पर बढ़ रहे हैं। इनमें से एक अफसर दिल्ली में पदस्थ है। ये चारों आईएएस रंगीनमिजाज तो हैं ही, साथ ही इधर-उधर 'मुंह मारनेÓ का भी कोई मौका हाथ से नहीं जाने देते हैं। लेकिन इनके तलाक की वजह दूसरी है। दरअसल ये अफसरान बढ़ती उम्र में भी प्रेम-प्रसंग में डूबे हुए हैं और तलाक की वजह भी यही है।

महंगी पड़ी टेलीफोन अय्याशी
लोक निर्माण विभाग के एक आला अफसर को अपनी स्टेनो से टेलीफोन अय्याशी करना महंगा पड़ गया। बात दरअसल यह है कि इस अफसर की पत्नी इंदौर में है और यहां साहब अकेले हैं। सो, साहब ने अपनी स्टेनो से मौखिक अय्याशी करना शुरू कर दी, लेकिन जब साहब रात में भी उसके घर फोन करने लगे तो स्टेनो बिफर गई। उसने पुलिस में शिकायत कर दी। बाद में पुलिस के एक आला अफसर की मध्यस्थता के चलते मामला रफा-दफा किया गया। चार इमली क्षेत्र में रहने वाले इस अफसर पर भ्रष्टाचार के कई आरोप हैं और खास बात यह है कि सिविल इंजीनियर न होते हुए भी इएनसी पद पर बैठे हैं।

महिला अफसर एक दीवाने दो..!
स्कूली शिक्षा में एक महिला अधिकारी के इन दिनों बड़े चर्चे हैं। इसका कारण इस सुंदर महिला अधिकारी पर कई अफसरों का दिल आना है। महिला कुछ महीने पहले ही पदस्थापना पर आई है, लेकिन जब से आई हैं तब से संयुक्त संचालक स्तर के दो अधिकारी इनके ऐसे दीवाने हुए कि आपस में ही भिड़ गए हैं। एक अफसर तो इतने लट्टू हो गए हैं कि महिला ने जिनके-जिनके नाम रिकमेंड किए, उनकी शाखा ही बदल दी। अब दोनों ही अफसर तरह-तरह के जतन करके महिला अधिकारी को रिझाने की कोशिश में लगे रहते हैं। महिला अधिकारी भी कम नहीं, जब जिसका पलड़ा भारी होता है उस ओर मुस्करा देती है। आगे के हाल तो भईयां तीनों ही जानें..!