ये हाल है भारत को चलने वालों का
कहते हैं देश को नेता नहीं बल्कि अफसर चलते हैं, लेकिन मध्यप्रदेश में हाल एकदम उल्टा है. यहाँ अफसर अपने काम को करने की बजाय अपनी काम पिपासा मिटा रहे हैं. अफसरों के कारनामों की असलियत सामने लेकर आये हैं बिच्छू डोट कॉम. पः है है विस्तृत रिपोर्ट- परस्त्रीगमन में 'मगन' मप्र की नौकरशाही मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार भले ही साफ-सुथरी छवि बनाने में जुटी हो। लेकिन सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन करने वाले नौकरशाह अय्याशी और रंगीनमिजाजी में डूबे हुए हैं। भोपाल। मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार भले ही साफ-सुथरी छवि बनाने में जुटी हो। लेकिन सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन करने वाले नौकरशाह अय्याशी और रंगीनमिजाजी में डूबे हुए हैं। जिलों में पदस्थ कलेक्टर्स से लेकर प्रमुख सचिव स्तर के आला अफसर तक सब के सब प्रेम प्रसंगों में उलझे हैं। बिच्छू डॉट कॉम ने ऐसे आला अफसरों की खोजबीन की, तो उनकी रंगीन कहानियां कुछ इस तरह सामने आई। आला अफसरान को अय्याशी का रोग इस तरह लगा है कि वे अपनी स्टेनो तक को नहीं छोड़ रहे हैं। एक आईपीएस अफसर तो अपनी मातहत महिलाकर्मियों से भी मुंह काला कर रहे हैं। कुछेक अफसरान ने अपनी मातहत...